Ravindranath Thakur ki Shreshtha Bal Kahaniyan
Material type: TextPublication details: New Delhi Hind Pocket Books 2012Description: 120pISBN: 978-8121611060Subject(s): Children's stories | Fiction | Hindi Literature | Short storiesDDC classification: 891.43 Summary: विश्व के नोबल पुरस्कार विजेता महान साहित्यकार रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने अपनी रचनाओं से सारी दुनिया का मन मोह लिया, तो फिर वह बच्चों और किशोरांे के मन के संसार को क्यों नहीं छू सकते थे? इसका सीधा−सा जवाब उनकी अमर कहानी ‘काबुलीवाला’ है, जिसने हर उम्र के दिलों पर राज किया और आज भी जिसकी लोकप्रियता आसमान छू रही है। इसी तरह ‘छुट्टी’, ‘मुन्ना बाबू की वापसी’, ‘रामकनाई की बेवफकी’ और ‘पोस्टमास्टर’ जैसी कहानियों को हम इसके करीब बैठा सकते हैं। इस पुस्तक में इनको मिलाकर रवीन्द्र बाबू की ग्यारह कहानियां दी गई हैं, जो बच्चों और किशोरों को बांधकर अपने साथ दूर तक ले जाएंगी और उन्हें जीवन में एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करेंगी।Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Children's Books | Ektara Trust | 891.43/TAG(H) (Browse shelf(Opens below)) | Available | 1408 |
विश्व के नोबल पुरस्कार विजेता महान साहित्यकार रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने अपनी रचनाओं से सारी दुनिया का मन मोह लिया, तो फिर वह बच्चों और किशोरांे के मन के संसार को क्यों नहीं छू सकते थे? इसका सीधा−सा जवाब उनकी अमर कहानी ‘काबुलीवाला’ है, जिसने हर उम्र के दिलों पर राज किया और आज भी जिसकी लोकप्रियता आसमान छू रही है। इसी तरह ‘छुट्टी’, ‘मुन्ना बाबू की वापसी’, ‘रामकनाई की बेवफकी’ और ‘पोस्टमास्टर’ जैसी कहानियों को हम इसके करीब बैठा सकते हैं। इस पुस्तक में इनको मिलाकर रवीन्द्र बाबू की ग्यारह कहानियां दी गई हैं, जो बच्चों और किशोरों को बांधकर अपने साथ दूर तक ले जाएंगी और उन्हें जीवन में एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करेंगी।
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