Chalo Chalein Pakshi Dekhne: Ek Paramparik Kahani
Kirkire, Shradha.
Chalo Chalein Pakshi Dekhne: Ek Paramparik Kahani - Bhopal Eklavya Publication 2017 - 14p.
हमारे आसपास के परिवेश मे तरह-तरह के पक्षी होते है। पर रोज़मर्रा की व्यस्तता के कारण हमारा ध्यान उनकी ओर नहीं जाता। हमारी कानो मे पड़ने वाली उनकी आवाज़े भी अनसुनी रह जाती है । यह किताब ऐसे ही पक्षियों से रूबरू होने का एक मौका देती है ।
Hindi
978-93-85236-30-3
Birds
Hindi Literature
Picture Book
598 / KIR
Chalo Chalein Pakshi Dekhne: Ek Paramparik Kahani - Bhopal Eklavya Publication 2017 - 14p.
हमारे आसपास के परिवेश मे तरह-तरह के पक्षी होते है। पर रोज़मर्रा की व्यस्तता के कारण हमारा ध्यान उनकी ओर नहीं जाता। हमारी कानो मे पड़ने वाली उनकी आवाज़े भी अनसुनी रह जाती है । यह किताब ऐसे ही पक्षियों से रूबरू होने का एक मौका देती है ।
Hindi
978-93-85236-30-3
Birds
Hindi Literature
Picture Book
598 / KIR